sudarshan chakra: आप सभी देवताओ के अस्त्रों और सस्त्रो को तो जानते ही है क्या आप जानते है की कोनसा शस्त्र सबसे बड़ा है
तो वो है भगवान विष्णु का सुदर्शन चक्र जो एक बार जिस पर छोड़ दिया तो उसका सर काटे बिना नहीं लोटता क्या आप जानते है
भगवान विष्णु को कैसे प्राप्त हुआ सुदर्शन चक्र आज हम आपको बताएंगे की सुदर्शन चक्र भगवान को किसने दिया तो आइये जानते है
सुदर्शन चक्र
एक समय की बात है जब देवताओ का पलड़ा हल्का पड़ रहा था और राक्षस बड़े बलवान हो गए तो सारे देवता गण भगवान विष्णु के पास आये
और अपनी पीड़ा सुनाई तो भगवान विष्णु ने इसके निवारण हेतु भगवान शिव की तपस्या करने की सोची
भगवान विष्णु ने तपस्या के समय यह स्कल्प लिया की भगवान शिव के वे सहस्त्र नाम लेंगे यानि की एक सहस्तर नाम में
एक हजार नाम होते है और प्रतेक नाम के साथ वे एक कमल भी भगवान को अर्पित करेंगे
सुदर्शन चक्र की फोटो

काफी समय तक जब भगवान तपष्या करते रहने के बाद एक दिन भगवान शंकर ने भगवान विष्णु की परीक्षा लेने हेतु सहस्त्र कमलो में से एक कमल छुपा दिया
जब भगवान विष्णु ने देखा की उनकी तपस्या उस कमल के ना होने से खराब होगी तो भगवान विष्णु ने अपनी एक आँख उस कमल के स्थान पर अर्पित करने की सोची
तो भगवान शंकर वहां प्रकट हो गए और भगवान विष्णु को एक नया नाम प्रदान किया कमलनयन और कहा की बोलो क्या मांगते
sudarshan chakra in hindi
हो तो भगवान विष्णु ने कहा प्रभु देवताओ पर अत्याचार और धर्म की हार हो रही है बुरी शक्तिया विजय हो रही है
इसे रोकने के लिए कुछ करो तो भगवान शिव ने भगवान विष्णु को सुदर्शन चक्र प्रदान करा और कहा की इस सुदर्शन चक्र का सामना कोई नहीं कर सकता इस प्रकार भगवान विष्णु को सुदर्शन चक्र की प्राप्ति हुई
sudarshan chakra: और भगवान विष्णु ने सुदर्शन चक्र लेके राक्षसों का संहार किया और धर्म की स्थापना की बोलिये भगवान विष्णु और शिव की जय!