राम लक्ष्मण भरत शत्रुघ्न की माता का नाम आज में आपको दशरथ के बारे में ऐसी बात बताऊंगा जिसे आपने शायद ही पहले सुना हो जैसा की आपको पता है की त्रेता और द्वापर युग में एक बात प्रसिद्ध थी
की कोई अगर श्राप दे तो वो पूरा जरूर होता था और भगवान भी उसे नहीं रोक सकता था दशरथ की जवानी जा चुकी थी दशरथ वृदावस्था की और अग्रसर थे लेकिन दशरथ के कोई संतान नहीं थी
लेकिन दसरथ को कोई फ़िक्र नहीं उसे पूरा विश्वास था की उसके संतान जरूर होगी वो भी पुत्र होगा ये कैसे क्योंकि दसरथ को श्रवण के माता -पिता ने श्राप दिआ था

की जिस तरह हम अपने पुत्र के वियोग में तड़फ – तड़फ के मर रहे है उसी तरह तुम मरोगे पुत्र वियोग में बस
दसरथ को किसी आशीर्वाद पर भरोसा हो न हो लेकिन उस श्राप पर पूरा विश्वास था चाहे जो हो जाये वो निःसंतान नहीं मरेगा और उसके पुत्र जरूर होगा दसरथ ने उस श्राप को ही वरदान माँना था !
राम लक्ष्मण भरत शत्रुघ्न की माता का नाम
- कौसल्या के राम
- केकई के भरत
- सुमित्रा के लक्ष्मण और शत्रुघ्न
राम लक्ष्मण भरत शत्रुघ्न वाइफ नाम
राम गुरुदेव के साथ आये हुए थे तो तभी उन्ही के साथ राम जनकपुरी में गए जनकपुरी में महाराज जनक ने सीता का स्वयंवर रखा था उनकी ये प्रतिज्ञा थी
की जो भी महादेव के धनुस की परतीयंचा चढ़ाएगा उसी से सीता का विवाह होगा ऐसा करने में सभी राजा महाराजा असमर्थ रहे उनके द्वारा शिव का धनुष को प्रत्यंचा तो दूर की बात धनुषउठाया भी नहीं गया
रामायण में राम की दी हुई सिख है राम का सिखाया हुआ संघर्ष है जब दशरथ के कोई संतान नहीं थी तो दशरथ के यहाँ भगवान ने अवतार लिया जिनमे दशरथ की 3 पत्निया थी आइये जानते है किस पत्नी के कोनसा पुत्र था

तो महाराज जनक ने अंत में कहा की क्या ये पृथ्वी वीरो से खाली हो गयी है तभी लक्ष्मण ने आक्रोश में आकर कहा मेरे राम भईया के होते हुए कोई ऐसी बात कहे ये हम रघुवंशियो को सहन नहीं होता
ram ki patni ka kya naam tha
तभी राम भगवान ने खेल ही खेल में वह धनुष उठाया और प्रत्यञ्चा खेचते ही धनुष टूट गया जबकि वहा मौजूद राजाओ से श्री राम की आयु बालको जितनी थी तभी भगवान राम से सीता का विवाह हुआ
महाराज जनक से राम के पिता दशरथ के सम्बन्ध अच्छे होने के कारण महाराज जनक ने अपनी बाकि की कन्याओ का विवाह भी राम के छोटे भाइयो के साथ कर
दिया जिनमे
- राम सीता
- लक्ष्मण उर्मिला
- भरत मांडवी
- शत्रुध्न श्रुति
राम लक्ष्मण भरत शत्रुघ्न की माता का नाम इस तरह ये सभी आपस में पति और पत्नी हुए और भगवान राम के साथ साथ राम के भियो का भी नाका लग गया बोलिये जय श्री राम