Ram ji ke guru kaun the राम भगवान मर्यादा की खान है क्योंकि इनका ये अवतार मर्यादा के रूप में मर्यादा पुरषोंतम राम विख्यात हुआ
राम भगवान के गुरु का नाम महर्षि विश्वामित्र थे भगवान राम बहुत बड़े धनुर्धर थे राम अपने समय के महान धनुर्धर थे
महाराज दशरथ के कोई संतान नहीं थी तभी गुरु विश्वामित्र ने ही उन्हें अन्य महर्षि के पास भेजा था जहां से उन्हें उन संत शिरोमणि ने यज्ञ करने की और अपने हाथ से उन्होंने यज्ञ किया
में से अग्नि देव प्रकट हुए और उनके हाथ में खीर का पात्र था उन ऋषि ने उस खीर के पात्र को रानियों को खिलाने के लिए दशरथ जी को दिया जिस से प्रभु श्री राम का जन्म हुआ

राम जी के मामा का नाम
राम जी की माता कोसल्या राजा कोशल की पुत्री थी राजा दशरथ का विवाह राजा कोशल अपनी पुत्री कोशल्या से नही चाहते हुए भी कराया लेकिन राम जी के मामा का वर्णन अभी तक हमे नही मिला मिलेगा तो बतायेंगे
जब राम वन को चले गये तो राम ने भरत को राज्य सोंप दिया परन्तु भरत ने राज्य करने से मना कर दिया तो राम ने भरत को गुरु विश्वामित्र को सोंप दिया और राज्य भी भरत को उन्ही के सानिध्य में राज्य करना पड़ा

एक बार जब गुरु विश्वामित्र राम को आज्ञा दी की राजा सगुन का सर मुझे अपने चरणों में गिरा दो सूरज ढलने से पहले तो राम ने उन्हें वचन दिया उधर हनुमान की माता अंजना ने राजा सगुन को वचन दे चुके थे
Ram ji ke guru kaun the की उनका पुत्र हनुमान उनकी रक्षा करेगा तभी स्वामी और भक्त के बिच युद्ध हुआ और सगुन ने अपना सर राम के गुरु विश्वामित्र के चरणों में रखा इस से राम के वचन की भी रक्षा हो गई बोलो जय श्री राम
Google ka pasina nikal gaya raam ji k mama ka nam puchhne par