पहला सुख निरोगी काया क्या है इसका अर्थ यह है स्वास्थ्य सही है तो सांसारिक के सारे आनंद लिए जा सकते हैं pehla sukh nirogi kaya
वर्तमान समय में लोग जीविकोपार्जन व धन – संचय में इतना व्यस्त हो जाते हैं कि स्वास्थ्य रूपी धन की अनदेखी करने लगते हैं ।
धीरे धीरे एक समय बाद उनकी क्षमताओं का तो क्षय होता ही है उनकी कार्य के प्रति एकाग्रता व उत्पादकता भी खत्म होती जाती है ।
फिर न केवल शरीर बल्कि दिमाग भी जवाब देने लग जाता है ।अभावों में खुश रहा जा सकता है, लेकिन शरीर रोगी हो तो अपार सुखों में भी दु:ख होता है।

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यही कारण है कि शास्त्रों में स्वास्थ्य को धन से भी अधिक महत्व दिया गया है, क्योंकि खराब सेहत हमारी आर्थिक हालात भी बिगड़ सकती है
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इसलिए अच्छी सेहत के लिए जरूरी है नियमित और सुनियोजित दिनचर्य और जीवनशैली जिन की जीवन शैली नियमित नहीं होती रहे समय से पहले ही बूढ़े हो जाते हैं
इंसान अपने जीवन को संतुलित कर ले तो स्वस्थ रहते हुए वह भौतिक वह परिवारिक सुखों को भोग ही सकता है,
साथ ही आध्यात्मिक व मानसिक उन्नति को भी प्राप्त कर सकता है। निम्न बातों को अपनाने से हम कई रोगों से बच सकते हैं और स्वस्थ रह सकते हैं पहला सुख निरोगी काया