महावीर स्वामी 24 वे तीर्थकर थे भगवान महावीर का जन्म करीब ढाई हजार वर्ष पहले वैशाली गणराज्य के कुण्डग्राम में हुआ था
जेन धर्म एक महान धर्म है इस धर्म में अवतार या गुरु या महान आदमी को तीर्थकर कहते है इस तरह जैनधर्म के 24 वे तीर्थकर महावीर स्वामी थे
महावीर स्वामी का जीवन परिचय
महावीर स्वामी ने अपनी 30 साल की अवस्था में संसार से विरक्त होकर संसार के ऐसो आराम को छोड़ कर सन्यास ले लिया
संसार से विरक्ति के बाद 12 साल की कठीन तपस्या के पश्चात उनको अशोक के पेड़ के निचे ज्ञान की प्राप्ति हुई
महावीर स्वामी के 5 नियम थे

अहिंसा
सत्य
अपरिग्रह
अचौर्य
ब्रह्मचर्य
mahaveer ka janm kahan hua tha महावीर स्वामी जैनधर्म के महान तीर्थकर में से एक थे इनकी शिक्षा मानवता को एक नई राह दिखाती है
अगर आपको ये जानकारी अच्छी लगी या आप महावीर स्वामी और जैनधर्म के अन्य तीर्थकरो के बारे में जानना चाहते है तो हमे कमेंट करे हम आपकी इच्छा पूरी करने की कोशिश करेंगे धन्यवाद!