Hanuman ji ke guru kaun the हनुमान जी महाराज बहुत ही बड़े राम भक्त हैं यह ऐसे देव हैं जो भक्त में भी बड़े हैं और योद्धाओं में भी बड़े हैं भगवान हनुमान जी महाराज बाल ब्रह्मचारी है
यह बचपन में बड़े चंचल हुआ करते थे इसलिए इनको शिक्षा के लिए सभी देवों ने विचार किया कि किसे इनका गुरु मनाए ताकि वह हनुमान जी को शिक्षित कर सकें क्योंकि भविष्य में हनुमान जी महाराज से बहुत बड़े कार्य होने वाले थे

हनुमान जी के गुरु कौन थे
इसलिए इनके गुरु को भी महान होना चाहिए इसी कारणवश सूर्य देव को हनुमान जी महाराज का गुरु बनाया गया जबकि सूर्य कहीं भी रुक नहीं सकते उन्हें गतिमान रहना होता है
क्योंकि अगर वह रुक गए तो पृथ्वी पर रात दिन का अंतर मिट जाएगा इसलिए सूर्य जितनी तेज गति से आगे की ओर चलता है इतनी तेज गति से हनुमान जी महाराज पीछे की ओर उड़कर सूर्य से शिक्षा ग्रहण की थी इसलिए हनुमान जी के गुरु सूर्य देव है

वैसे हनुमान के पिता पवन देव हैं हनुमान जी को पवन पुत्र भी कहा जाता है आपको हनुमान जी महाराज के कार्यों का तो पता ही होगा हनुमान जी ने राम की सहायता करने के लिए माता सीता की खोज की और राम और रावण के युद्ध में राम जी का सहयोग किया
hanuman ji ke guru
और सीता माता की खोज की इससे राम ने खुश होकर उन्हें गले से लगाया और हनुमान जी महाराज ने रावण की लंका को एक पल में जला दिया और सीता माता से हनुमान जी को अजर और अमर रहने का वरदान प्राप्त है
हनुमान जी की माता का नाम अंजना है राम रावण युद्ध में लक्ष्ण को सक्ति लगने से लखन को मूर्छा आ गई अगर रात भर में उन्हें संजीवनी बुनटी नही दी जाती तो वे मर भी सकते थे
तो हनुमानजी ने ही संजीवनी बूंटी लाकर दी और अहिरावण से भी हनुमानजी ने राम और लखन को छुड़ाकर लाये रामभक्त हनुमान के कार्यो का वर्णन कम है
hanuman ji ke guru kaun the आज का पोस्ट इतना ही अगर आपको हमारी दी गई जानकारी पसंद आई तो आप हमें कमेंट में यह चिराग लिखें जय श्री राम लिखें और आपको कुछ और जानना हो तो आप हमें कमेंट कर सकते हैं राम जी राम