balram ki mata ka naam बलराम जी श्री कृष्ण के बड़े भाई थे ये सभी को पता है लेकिन इस बात का असंजस रहा है की बलराम की माता कोन थी
पहले तो श्री बलराम माता देवकी के गर्भ में आये और उसके बाद उन्हें देवताओ ने देवकी के गर्भ से वासुदेव की दूसरी पत्नी रोहिणी के गर्भ में स्थापित कर दिया
रोहिणी नन्द बाबा के घर में रहती थी नन्द बाबा वासुदेव के भाई थे और वासुदेव और देवकी को कारागृह में कंश ने बंदी बनाया हुआ था क्योंकि देवकी की आठवीं संतान उसका काल होने वाली थी

बलराम की माता का नाम
इस लिए बलराम की माता का नाम रोहिणी था बलराम के पिता वासुदेव थे जब श्री कृष्ण और बलराम जी मधुरा गए तो कृष्ण और बलराम ने कंस और उनके सेनिको का वध हाथी दांत से किया था
बलराम की मृत्यु
जब कृष्ण महाभारत का युद्ध करवाकर जाने लगे तो कौरवो की माता गांधारी ने श्री कृष्ण को श्राप दिया की तुम्हारा भी कुल का नाश होगा जैसे कौरव और पाण्डु आपस में भाई – भाई होने पर भी लड़कर मर गए उसी प्रकार तुम्हारे यादव भी लड़कर मरेंगे इसी वजह से कृष्ण के सामने सभी यादव लड़कर मर गए

और बलराम भी श्री कृष्ण के चरणों में समा गए क्योंकि बलराम भगवान शेष नाग ही थे और कृष्ण भगवान विष्णु थे ना बलराम को मारा ना बलराम किसी से युद्ध किया वे सीधा कृष्ण के चरणों में ज्योति बनकर समा गए
बलराम और श्री कृष्ण ने मिलकर बहुत से राक्षसों को मारा था और पृथ्वी पर से पापो के भार को उतरा
balram ki mata ka naam जब श्री कृष्ण ने महाभारत के युद्ध में कौरवो और पाण्डुओ के युद्ध में पाण्डुओ की रक्षा की तो बलराम युद्ध के अंत में कुरुछेत्र में आये और भीम के द्वारा दुर्योधन को गलत तरिके से मारने के कारण भीम पर नाराज़ हुए और नाराज़ क्या भीम को मारने ही वाले थे तो कृष्ण ने उन्हें समझकर भीम की जान बचाई थी