aghasura अघासुर नाम का एक अजगर था जो की कंश के आदेश पर बाल श्री कृष्ण को मारने आया उसने आकर के एक चाल के तहत अपना बहुत विशाल मुँह को गोकुल में रखा दूर से देखने पर ऐसा लगता था जैसे ये कोई गुफा हो
जब कृष्ण के मित्र और गाय सभी उस गुफा में चले गए तो उन्होंने श्री कृष्ण को भी कहा तो कृष्ण को तो सभी पता था ही भगवान भी उसके मुँह में चले गए जब सभी अंदर चले गए तो उस दैत्य ने सोचा की अब सही समय है

अघासुर कौन था
इन सभी का अंत करने का तो दैत्य ने जैसे ही मुँह बंद किया तो सभी ग्वालबाल डरने लगे जब कृष्ण ने सभी को भय से ग्रषित देखा तो भय को दूर करने वाले भगवान श्री कृष्ण ने अघासुर का मुँह फाड़ दिया और वह मर गया
aghasura और एक ज्योति कृष्ण के चरणों में मिल गयी ता तभी उस ज्योति ने कहा प्रभु आपका बड़ा ही धन्यवाद जो आपने मुझे इस योनि से मुक्त किया में ये श्राप झेल रहा था जो अष्टावक्र जी ऋषि ने दिया था